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मार्च 17, 2022

बुरा ना मानो होली है

हिंदी कविता Hindi Kavita बुरा ना मानो होली है Bura naa maano Holi hai

नीला, पीला, हरा, गुलाबी


रंगों से भरी झोली है,


बुरा ना मानो होली है !



गुजिया की मिठास है संग में


शैतानी व ठिठोली है,


बुरा ना मानो होली है !



ठंडाई में चुपके से


भाँग भी हमने घोली है,


बुरा ना मानो होली है !



पुरखों के माथे पर टीका


यारों के संग खेली है,


बुरा ना मानो होली है !



गली-गली में देखो फिरती


मस्तानों की टोली है,


बुरा ना मानो होली है !



पिचकारी के जल से देखो


भीगी-भीगी चोली है,


बुरा ना मानो होली है !



रंगे-पुते चेहरे हैं सबके


जाने कौन हमजोली है,


बुरा ना मानो होली है !



द्वेष भुलाकर आगे बढ़ना


मिलना ही तो होली है,


बुरा ना मानो होली है !!!

मार्च 01, 2022

महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं

हिंदी कविता Hindi Kavita महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं MahaShivratri ki Shubhkaamnaayein

आज महाशिवरात्रि पर मेरी भोले बाबा से प्रार्थना है के यूरोप में चल रहे संग्राम पर विराम लगे और विश्व में शांति बहाल हो |



सत्य की जीत हो, असत्य की हार हो,


शिव से ही प्रारंभ है, शिव ही से विनाश हो,


भोले के ही चरणों में झुका संसार हो,


दुष्टों का अंत हो, अमन का आगाज़ हो ||

जनवरी 26, 2022

गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

हिंदी कविता Hindi Kavita गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं Gantantra Diwas ki Shubhkaamnaayein

भारत एक गणतंत्र है - जनता का तंत्र | भारत की जनता अपना घर हो या देश, दोनों को चलाने में सक्षम है | बाहरी सहायता की आवश्यकता नहीं है |



चाहे उत्सव हो, उल्लास हो,


या संकट का आभास हो,


चाहे दो-चार ही जन हों,


या सवा सौ करोड़ श्वास हो,


मंज़र जैसा भी हो चाहे,


हम जी लेंगे, हम कर लेंगे,


भारत पर जो आँख उठाए,


हम स्वत: ही निपट लेंगे,


हम सक्षम हैं ||

जनवरी 09, 2022

लोकतंत्र का उत्सव

हिंदी कविता Hindi Kavita लोकतंत्र का उत्सव Loktantra ka Utsav

फ़िर निकले हैं दल-बल लेकर,


चोर-उचक्के और डकैत,


चाहते हैं मायावी कुर्सी,


पाँच साल फ़िर करेंगें ऐश |



मत अपना बहुमूल्य है समझो,


मत करना इन पर बर्बाद,


जाँच-परख कर नेता चुनना,


सुने जो सबकी फ़रियाद ||

दिसंबर 13, 2021

हर-हर महादेव

हिंदी कविता Hindi Kavita हर-हर महादेव Har Har Mahadev

हर-हर करता हर एक जन पहुँच रहा अब हर के धाम,


हर हैं भोले हर ही भैरव, हर ही हैं करुणा के धाम ||

नवंबर 04, 2021

शुभ दीपावली

हिंदी कविता Hindi Kavita शुभ दीपावली Shubh Deepawali

संत कवि श्रीतुलसीदास कृत श्री राम चरित मानस से प्रेरित दीपावली के संदर्भ में मेरी चंद पंक्तियाँ -



भ्रमित भटकता हूँ मैं बालक |

तुम ही हो जगत के पालक ||


नीच कुटिल है मेरी संगत |

माँगू राम नाम की रंगत ||


राम बनो मेरे खेवैया |

भवसागर तर जाए नैया ||


दीपक घृत के दिल में जलाऊं |

हृदय में श्रीहरि को मैं बसाऊं ||

अक्तूबर 31, 2021

सरदार पटेल की जयंती पर श्रद्धासुमन

हिंदी कविता Hindi Kavita सरदार पटेल की जयंती पर श्रद्धासुमन Sardar Patel ki Jayanti par Shradhasuman

तिनकों को समेट कर इक धागे में पिरोया था,


टुकड़ों को बटोर कर इक राष्ट्र को संजोया था,


नमन है भारतमाता के उस वीर पुत्र को,


नींव में जिसने एकता का इक बीज बोया था ||

अक्तूबर 15, 2021

मेरे राम, मेरे राम

हिंदी कविता Hindi Kavita मेरे राम मेरे राम Mere Ram Mere Ram

अंत समय में रावण ने श्रीराम से कहा -



मेरे राम, मेरे राम


तू स्वामी मैं जंतु आम,


मेरे राम, मेरे राम


तू ज्ञानी मैं मूरख अनजान,


मेरे राम, मेरे राम


याचक को दे क्षमादान,


मेरे राम, मेरे राम


ले चल अब तेरे धाम,


मेरे राम, मेरे राम ||

अक्तूबर 02, 2021

गाँधीजी एवं शास्त्रीजी की स्मृति में श्रद्धासुमन

हिंदी कविता Hindi Kavita गाँधीजी एवं शास्त्रीजी की स्मृति में श्रद्धासुमन Gandhiji evam Shastriji kee smriti mein Shradhasuman

ओ मेरे मोहन के दास,


सम्पूर्ण भारत की आस,


करता हूँ तुझसे अरदास,


फ़िर से आजा अब तू पास,


सिखला दे पुन: इक बार,


सत्य और अहिंसा है खास,


थाम के लकड़ी का वह बाँस,


जगा फ़िर जग में विश्वास |



ओ मेरे भारत के लाल,


तू तो था बहादुर कमाल,


नित्य तैरा सरिता विशाल,


शिक्षा में निष्ठा की मिसाल,


सिखला दे पुन: इक बार,


कृषक और सैनिक हैं ढाल,


तन पर सादी खादी डाल,


फ़िर कर राष्ट्र का ऊँचा भाल ||

सितंबर 14, 2021

हिंदी दिवस पर विशेष

हिंदी कविता Hindi Kavita हिंदी दिवस पर विशेष Hindi Diwas par Vishesh

संस्कृत की संतान है हिंदी,


संस्कृत सी महान है हिंदी,


भारत की पहचान है हिंदी,


भारत का अभिमान है हिंदी,


भूत का बखान है हिंदी,


भविष्य की उड़ान है हिंदी,


बूढ़ी नहीं जवान है हिंदी,


पीढ़ी का रुझान है हिंदी,


पुरखों का वरदान है हिंदी,


मेरा दिल मेरी जान है हिंदी ||

सितंबर 05, 2021

पैरालंपिक्स के वीर

हिंदी कविता Hindi Kavita पैरालंपिक्स के वीर Paralympics ke Veer

भारतीय पैरालंपिक वीरों को अभूतपूर्व प्रदर्शन पर ढेरों बधाई एवं शुभकामनाएं |



एक-आध तमगे नहीं, जीते पदक आदतन,

अविश्वसनीय अकल्पनीय अद्वितीय आरोहण ||

अगस्त 30, 2021

हे कृष्ण !

हिंदी कविता Hindi Kavita हे कृष्ण Hae Krishna

युद्धभूमि में शोकाकुल अपने पार्थ को तूने ज्ञान दिया,


विष से व्याकुल जमुना को तूने ही तो विष से पार किया,


दो मुठ्ठी चावल से अपने सखा का भी उद्धार किया,


छोटी सी उंगली पर तूने पर्वत को जैसे थाम लिया,


मेरे जीवन की कश्ती को ऊँची लहरों में थाम ले,


बनजा मेरा खेवैया, अपने चरणों में मुझको स्थान दे ||

अगस्त 08, 2021

मिल्खा सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि

हिंदी कविता Hindi Kavita मिल्खा सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि Milkha Singh ko sacchi Shradhanjali

मिल्खा सिंह जी को कल गए हुए पूरे पचास दिन हो गए | नीरज चोपड़ा ने कल उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी, उनका स्वप्न पूरा करके | नीरज की उपलब्धि एवं मिल्खा जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कुछ पंक्तियाँ -


कमल (नीरज) खिला है आज ओलिंपिक के मैदान में,


मिल्खा झूम रहे होंगे उस पार उस जहान में ||



काश मिल्खा कुछ दिन और जी लेते,


जीते जी अपने सपने को जी लेते ||

अगस्त 05, 2021

हॉकी में पदक पर बधाई

हिंदी कविता Hindi Kavita हॉकी में पदक पर बधाई Hockey mein padak par badhai

बहुत दिनों बाद ऐसी सुबह आई है,


ना रंज है, ना गम है, ना रुसवाई है,


जीत की कहानी हमने दोहराई है,


कांस्य पदक पर पूरे राष्ट्र को बधाई है ||

अप्रैल 22, 2021

पृथ्वी दिवस

हिंदी कविता Hindi Kavita पृथ्वी दिवस Prithvi Diwas

सृष्टि के सुंदर स्वरूप को संकटग्रस्त तू ना कर,


सृष्टि से ही तू है मानव, सृष्टि की रक्षा कर ||

मार्च 29, 2021

होली

हिंदी कविता Hindi Kavita होली Holi

जीवन में सबके घुल जाएँ खुशियों के हज़ारों रंग,


घृणा रोग सब मिट जाएँ, छाए चहुँ ओर उल्लास उमंग |

फ़रवरी 14, 2021

शुभ वैलेंटाइन्स दिवस

हिंदी कविता Hindi Kavita शुभ वैलेंटाइन्स दिवस Happy Valentines Day

मैं नदी हूँ, तू सागर है |


मैं प्यासा हूँ, तू सावन है |


मैं भँवरा हूँ, तू उपवन है |


मैं विषधर हूँ, तू चन्दन है |


मैं पतंग हूँ, तू पवन है |


मैं फिज़ा हूँ, तू गगन है |


मैं सुबह हूँ, तू दिनकर है |


मैं निशा हूँ, तू पूनम है |


मैं रुग्ण हूँ, तू औषध है |


मैं बेघर हूँ, तू भवन है |


मैं शिशु हूँ, तू दामन है |


मैं देह हूँ, तू श्वसन है |


मैं भक्त हूँ, तू भगवन है |


मैं हृदय हूँ, तू धड़कन है ||

जनवरी 04, 2021

नववर्ष की शुभकामनाएँ

हिंदी कविता Hindi Kavita नववर्ष की शुभकामनाएँ Navvarsh ki Shubhkaamnayein

कष्टों की काली रात में,


गुज़रा यह पूरा साल था,


कष्टों से मुक्ति की सुबह,


आशा है 21 संग लाए ||

नवंबर 14, 2020

शुभ दीवाली

हिंदी कविता Hindi Kavita शुभ दीवाली Shubh Diwali

घर-आँगन-छत-जीना-गोदाम,


स्वच्छता के छूना नए आयाम,


नए रंग में रंगा पुराना मकान,


सजे रंगोली कंदील मिष्ठान,


दीपों की सुसज्जित माला,


खील-बताशे नया पहनावा,


अभिनंदन व शुभ संवाद,


बुज़ुर्गों का शुभ आशीर्वाद,


श्यामिल रात्रि प्रकाशित भयी,


सपरिवार सबके साथ ||

नवंबर 12, 2020

धनतेरस

हिंदी कविता Hindi Kavita धनतेरस Dhanteras

रोग-दुःख-पीड़ा-संताप,


कष्ट सब मिट जाएँ |


पर्व यह सबके जीवन में,


सुख-समृद्धि लाए ||

राम आए हैं