मैं एक भारतीय हूँ | मैं हिंदी में कविता लिखता हूँ | यह ब्लॉग मेरे मन के भावों को सदृश्य करने की मेरी एक कोशिश है | आशा करता हूँ मेरी रचनाएँ आपको रुचिकर लगें |
सितंबर 26, 2020
सितंबर 08, 2020
नवजीवन
भद्दी नगरीय इमारत पर,
जड़ निष्प्राण ठूँठ पर,
मरु की तपती रेत पर,
गिरी के श्वेत कफ़न पर,
नवजीवन का अंकुर फूटे,
प्रतिकूल पर्यावरण का उपहास कर |
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