बचपन
हिंदी कविता Hindi Kavita बचपन Bachpanमासूम चेहरा मुलायम गाल,
छोटी-छोटी आँखें उलझे बाल,
नन्ही उंगलियाँ छोटी सी हथेली,
नन्हे-नन्हे पैर मस्तानी चाल |
कभी करे प्यार कभी मुस्काए,
कभी तो रूठ के दूर भाग जाए,
कभी माँगे मीठा कभी खिलौना,
कभी मेरी गोदी में समाए |
अद्भुत अनोखा चंचल बचपन,
सुख के रंगों में रंगा यह जीवन,
माँ-बाप की आँखों का तारा,
बालक मेरा सबसे प्यारा ||
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